‘सिंघम रिटर्न्स’ ने हिंदू संतों को किया बदनाम
क्या फिल्म निर्माता गैर-हिंदुओं (मुसलमानों और ईसाइयों) की पूजा की वस्तुओं का मजाक बनाने की हिम्मत करेंगे।
हिंदुओं को ऐसी फिल्मों का बहिष्कार करना चाहिए जिनमें संतों का अपमान हो! क्या हिंदू संतों के अपमान पर सख्त होगी भाजपा सरकार ?
मुंबई, 21 जुलाई – रिलायंस एंटरटेनमेंट प्रोडक्शन – ‘सिंघम रिटर्न्स’ 15 अगस्त को रिलीज़ होगी। इस फिल्म में हिंदू संतों को खलनायक के रूप में दर्शाया गया है जिससे पूर्व की बदनामी होती है। इससे पहले भी कई फिल्मों के जरिए हिंदू देवी-देवताओं, संतों और हिंदू संस्कृति को बदनाम किया जा चुका है। इस फिल्म के एक ट्रेलर में, हिंदू पुलिस अधिकारी की भूमिका में अभिनेता को एक मस्जिद में ‘नमाज’ पढ़ते हुए दिखाया गया है; जबकि वह खलनायक की भूमिका में संतों से कहता है कि वह उनका व्यर्थ व्याख्यान सुनने नहीं आया है। (हिंदुओं की उदासीनता के कारण, फिल्मों, नाटकों और विज्ञापनों आदि के माध्यम से, उनकी आस्था के स्थानों को बार-बार बदनाम किया जाता है। हिंदुओं को ‘धर्म-शिक्षा’ देना ही उनमें जागरूकता पैदा करने का एकमात्र उपाय है। और इस स्थिति में बदलाव लाएं! – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात)।
यह अन्य हिंदी फिल्मों में देखी गई हिंदू मूर्ति पूजा और अनुष्ठानों का मजाक उड़ाने के हालिया रुझानों के समान है ।
उक्त फिल्म का ट्रेलर कई चैनलों पर दिखाया जा रहा है जिसमें हिंदू संतों का अपमान करने वाला सीन भी शामिल है।
निम्नलिखित संपर्क नंबर पर श्रद्धालु हिंदू विरोध दर्ज करा रहे हैं।
रिलायंस एंटरटेनमेंट
दूरभाष। नंबर – + ९१ ०२२ ३०६६ ४७७७
ईमेल : sameer.chopra@releaseada.com
समाचार स्रोत: www.hindujagruti.org/news/20145.html
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